अप्रैल 2020 में कोविड महामारी के दौरान दिल्ली सरकार ने फ्रंटलाइन वर्कर्स की मौत पर परिवार को एक करोड़ रुपये देने का वादा किया था. लेकिन पांच साल बाद भी 40 प्रतिशत आवेदकों को यह राशि नहीं मिली है. 154 स्वीकृत आवेदकों में से भी केवल 92 परिवारों को ही भुगतान किया गया है.