इंडस्ट्री ऑल की रिपोर्ट के मुताबिक, इस वर्ष भारत के निर्माण, खनन और ऊर्जा क्षेत्रों में कार्यस्थल पर कम से कम 240 दुर्घटनाएं दर्ज हुईं, जिनमें 400 से अधिक श्रमिकों की मौत हो गई और 850 से अधिक गंभीर रूप से घायल हो गए. सुरक्षा नियमों की अनदेखी और निरीक्षण में ढील इसके प्रमुख कारण बताए गए हैं.