असम विधानसभा ने शुक्रवार (जुमे) को मुस्लिम विधायकों को नमाज़ पढ़ने के लिए दिए जाने वाले दो घंटे के ब्रेक को ख़त्म कर दिया है. 90 वर्षों से चली आ रही इस प्रथा को बंद करने की आलोचना करते हुए विपक्षी दलों ने कहा कि यह फैसला मुस्लिम विधायकों की ज़रूरतों की अनदेखी करता है.