आज़ादी के बाद से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का एकछत्र राज हुआ करता था, लेकिन आज हालात ये हैं कि किसी समय राज्य की नब्बे फीसदी से अधिक (430 में से 388) सीट जीतने वाली कांग्रेस दो सीटों पर सिमट कर रह गई है.
पंजाब में आम आदमी पार्टी की झाड़ू ऐसी चली है कि एक पूर्व मुख्यमंत्री समेत 5 पूर्व मंत्री, 54 भाजपा उम्मीदवार, 30 कांग्रेस उम्मीदवार और 27 शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार अपनी जमानत तक जब्त होने से बचा नहीं सके.
कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों समेत कई बड़े नाम आम आदमी पार्टी के लगभग अनजान से चेहरों से चुनाव हारे हैं. वहीं, भाजपा भी अपनी दो ही सीटें बचा सकी.
उत्तराखंड में कांग्रेस अपनी हार के लिए मतदाताओं या भाजपा को ज़िम्मेदार नहीं ठहरा सकती. यह वक़्त है कि वह गहराई से आत्मविश्लेषण करे कि पांच साल अगर उसने कारगर विपक्षी दल की भूमिका सही ढंग से निभाई होती, तो फिर से इतने बुरे दिन नहीं देखने पड़ते.
गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा में 20 सीटों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. वह क्षेत्रीय दल महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) और तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन से राज्य में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है. कांग्रेस को 11 सीटों पर जीत मिली है, जबकि उसके सहयोगी दल गोवा फारवर्ड पार्टी को एक सीट पर जीत मिली.
मणिपुर के 60 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा 32 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. नेशनल पीपुल्स पार्टी सात सीटों पर जीत हासिल की. जदयू सात सीटों पर विजयी रही, जबकि 2017 में 28 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी कांग्रेस को इस बार महज़ पांच सीटों जीतकर संतोष करना पड़ा.
राज्य की सत्तर विधानसभा सीटों में से 47 सीटों पर विजय हासिल करने के साथ ही भाजपा ने बहुमत के 36 के आंकड़े को आसानी से पार कर लिया. हालांकि भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के संभावित मुख्यमंत्री चेहरे- पुष्कर सिंह धामी, हरीश रावत और अजय कोठियाल अपनी-अपनी सीट बचा पाने में असफल रहे.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के नतीजों में भाजपा ने पूर्ण बहुमत तो पा लिया है, लेकिन पिछली बार से उसकी 57 सीटें कम हो गईं, जिसका लाभ समाजवादी पार्टी को मिला है. इतना ही नहीं उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत योगी सरकार के 11 मंत्रियों का हार का सामना करना पड़ा.
पंजाब की 117 विधानसभा सीटों में से 92 सीटों पर जीत दर्ज कर आम आदमी पार्टी सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है. कांग्रेस को इनमें से 18 सीटों पर जीत मिली है. अकाली दल ने 3 सीटें हासिल की हैं, जबकि भाजपा के खाते में 2 सीटें आई हैं. निवर्तमान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को दोनों सीटों पर हार का सामना करना पड़ा.
बीते दिनों आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता कुमार विश्वास ने आरोप लगाया था कि अरविंद केजरीवाल राज्य के मुख्यमंत्री बनने के लिए पंजाब में अलगाववादी तत्वों से ‘समर्थन लेने के लिए तैयार’ हैं. केजरीवाल ने इस आरोप का ज़िक्र करते हुए कहा कि इस जनादेश से जनता ने साफ़ कर दिया है कि केजरीवाल ‘आतंकवादी’ नहीं, बल्कि देश का सच्चा सपूत और देशभक्त है.
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और उनके उत्तराखंड के समकक्ष पुष्कर सिंह धामी अपनी-अपनी सीट से हार गए हैं. पूर्व मुख्यमंत्रियों में पंजाब में तीन- प्रकाश सिंह बादल, अमरिंदर सिंह व राजिंदर कौल भट्टल, उत्तराखंड में हरीश सिंह रावत और गोवा में चर्चिल अलेमाओ को हार का सामना करना पड़ा है.
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम में बीते कई चुनाव नतीजों की तरह कांग्रेस बुरी तरह पिछड़ी है. पंजाब में जहां वह सत्ता से बेदख़ल हो गई, वहीं यूपी में प्रियंका गांधी के प्रयासों को मतदाताओं ने ख़ारिज कर दिया. अब शीर्ष कांग्रेसी नेता हमेशा की तरह हार से सबक़ लेने की बात कहते नज़र आ रहे हैं.
उत्तराखंड में 20 सीटों पर जीत और 20 अन्य पर बढ़त के साथ भारतीय जनता पार्टी राज्य में लगातार दूसरी बार सरकार बनाने के लिए तैयार है. वहीं उत्तराखंड में कांग्रेस के चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने हार स्वीकारते हुए कहा कि उनके लिए यह नतीजे बेहद चौंकाने वाले हैं.
गोवा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 20 सीटों पर जीत दर्ज की. कांग्रेस ने 10 सीटें जीती जबकि वह एक सीट पर आगे चल रही है. आम आदमी पार्टी को दो, गोवा फॉरवर्ड पार्टी को एक, महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी को दो, रिवोल्यूशनरी गोअन्स पार्टी को एक और निर्दलीयों ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की है. 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 21 है.
भाजपा के वरिष्ठ नेता और गोवा में भाजपा के चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उन्होंने 20 सीटें जीती हैं. एमजीपी ने भी उन्हें समर्थन पत्र दिया है. तीन निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन उनके पास है. ऐसी संभावना है कि और भी उम्मीदवार उनके साथ जुड़ेंगे.