एक टीवी चर्चा में विद्रोही समूह यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट के ख़िलाफ़ आलोचनात्मक टिप्पणी करने के कुछ ही घंटों बाद मणिपुर के वरिष्ठ पत्रकार लाबा याम्बेम को इंफाल में उनके घर से अगवा कर लिया गया था. कुछ घंटों बाद वे रिहा हुए, जिसके बाद उन्होंने यूएनएलएफ पर दिए बयान पर माफ़ी मांगी.
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केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण ने ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन कंज्यूमर हेल्थकेयर लिमिटेड से इसके उत्पाद सेंसोडाइन और नापतोल ऑनलाइन शॉपिंग लिमिटेड के ख़िलाफ़ अपने उत्पादों के प्रचार-प्रसार में भ्रामक विज्ञापनों और अनुचित व्यापार गतिविधियों के इस्तेमाल को लेकर रिपोर्ट तलब की है.
10 फरवरी को मेरठ ज़िले में सरधना विधानसभा क्षेत्र के गांव सलावा के प्राथमिक विद्यालय नंबर दो पहले चरण के वोट डाले जा रहे थे. आरोप है कि मतदान के दौरान भाजपा विधायक संगीत सोम और उनके समर्थकों ने पीठासीन अधिकारी अश्विनी कुमार की पिटाई कर दी थी और बूथ पर लगे वेबकैम को भी उखाड़ कर ले गए थे. विधायक कथित तौर पर मतदान की धीमी गति को लेकर नाराज़ थे.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,26,31,421 हो गई है और इस महामारी से जान गंवाने वाले लोगों का आंकड़ा बढ़कर 5,37,045 हो चुका है. विश्व में संक्रमण के 41.02 करोड़ से ज़्यादा मामले सामने आए हैं और 58.10 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
वीडियो: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आज़म ख़ान की पत्नी तंज़ीन फ़ातिमा फ़िलहाल रामपुर सदर से विधायक हैं. इस बार विधानसभा चुनाव में सपा ने यहां से आज़म ख़ान को अपना उम्मीदवार बनाया है. उनके ख़िलाफ़ भाजपा ने आकाश सक्सेना को टिकट दिया है.
वीडियो: उत्तर प्रदेश में रामपुर ज़िले की स्वार टांडा सीट से आज़म ख़ान के बेटे अब्दुल्ला आज़म ख़ान के सामने अपना दल के उम्मीदवार हमज़ा मियां के सामने मैदान में हैं. हमज़ा मियां के पिता पूर्व मंत्री नवाब काज़िम अली ख़ान उर्फ नावेद मियां भी कांग्रेस उम्मीदवार हैं. वह रामपुर शहर विधानसभा सीट से सपा सांसद आज़म ख़ान के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ रहे हैं. द वायर की टीम ने स्वार टांडा में लोगों से बात कर उनकी समस्याएं जानी.
वीडियो: उत्तर प्रदेश के कन्नौज में आलू किसानों की सबसे बड़ी चिंता का विषय आवारा पशु हैं. योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा की राज्य सरकार के गोहत्या पर रोक लगाने के फैसले का पशु व्यापार पर प्रभाव पड़ा है. कथित गोरक्षा समूहों के डर के कारण पशु व्यापारी अपना व्यवसाय सामान्य रूप से करने में असमर्थ हैं. किसानों का कहना है कि इसकी वजह से उन्हें अपने मवेशियों को छोड़ने के लिए मजबूर किया गया है.
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