बुलंदशहर में एक दलित व्यक्ति को उसकी बारात के दौरान ठाकुरों ने घोड़े से उतार दिया, जिन्होंने कथित तौर पर बारातियों के साथ भी मारपीट की. वहीं मथुरा में दो दलित बहनों की शादी में यादव समुदाय के एक समूह ने कथित तौर पर बारातियों पर हमला किया, और बाद में शादी कैंसल कर दी गई.
दिल्ली चुनाव 2025
→द वायर इन्वेस्टिगेशन
→वीडियो
→सभी ख़बरें
कर्नाटन के कोलार ज़िले में स्थित मुलबगल सोमेश्वरा पालया बाले चंगप्पा सरकारी कन्नड मॉडल हायर प्राइमरी स्कूल का मामला. बीते 22 जनवरी को हिंदू संगठनों और अभिभावकों के एक वर्ग द्वारा विरोध प्रदर्शन के बाद इसमें शामिल पूर्व छात्रों में से एक ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, कोलार सांसद और शिक्षा विभाग के अधिकारियों से हस्तक्षेप करने की मांग की है.
दस दिन पहले उत्तरी मुंबई के मलाड में भीड़ ने शाहरुख शेख़ नामक व्यक्ति को चोर होने की आशंका में कथित तौर पर इतना पीटा था कि उनकी मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने विरोध प्रदर्शन कर घटना में शामिल लोगों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने की मांग की. पुलिस ने मृतक के ख़िलाफ़ चोरी का भी मामला दर्ज किया है.
विधानसभा चुनाव राउंड-अप: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संदर्भ में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि एक संत मुख्यमंत्री नहीं हो सकता. उत्तर प्रदेश में आप उम्मीदवार ने नामांकन ख़ारिज होने पर आत्मदाह की कोशिश की. सपा ने निर्वाचन आयोग से ओपीनियन पोल के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग की. पंजाब की कांग्रेस सरकार के मंत्री द्वारा निर्दलीय चुनाव में उतरे बेटे के लिए पार्टी प्रत्याशी के ख़िलाफ़ प्रचार करने पर विवाद.
शरजील इमाम पर आरोप है कि सीएए और एनआरसी के ख़िलाफ़ प्रदर्शन के संदर्भ में उन्होंने 13 दिसंबर 2019 को जामिया मिलिया इस्लामिया और 16 दिसंबर 2019 को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में दिए गए भाषणों में असम और बाकी पूर्वोत्तर को भारत से अलग करने की धमकी दी थी.
छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के सिलगेर गांव में बीते नौ महीनों से सीआरपीएफ कैंप की स्थापना के ख़िलाफ़ ग्रामीण आंदोलन कर रहे हैं. 19 जनवरी को सार्वजनिक परिवहन की बस से आंदोलन के नेताओं का एक समूह राज्यपाल से मिलने रायपुर जा रहा था, जब पुलिस ने बीच रास्ते में उन्हें कोविड नियमों के उल्लंघन के आरोप में हिरासत में ले लिया और अन्य यात्रियों को बेरोक-टोक जाने दिया.
पूर्व केंद्रीय सूचना आयुक्त शैलेश गांधी ने लोकपाल के समक्ष दर्ज शिकायतों की संख्या में गिरावट का हवाला देते हुए कहा है कि यह बिना जवाबदेही के वरिष्ठ नागरिकों का क्लब बन गया है. उन्होंने कहा कि बहुत उम्मीदों के साथ लोकपाल का गठन हुआ था लेकिन अफ़सोस है कि इसका भ्रष्टाचार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा.
संपर्क करें

