महाकुंभ के दौरान द वायर ने दो पुलिस थानों- दारागंज और कुंभ मेला कोतवाली में दर्ज 315 से अधिक एफआईआर के अध्ययन में पाया कि ज़्यादातर अपराध चोरी और छीना-झपटी से संबंधित हैं. पीड़ितों में आम भक्तों से लेकर साधु, वीआईपी और स्थानीय निवासियों के साथ देश-विदेश से आए पर्यटक शामिल हैं.