इज़रायली जंग के ख़िलाफ़ उठी आवाज़ें, विरोध, यह सारी व्यथा, अन्याय समय की छाती पर लिखी इबारतें हैं जो लगातार इन हथियारों के सामने तनकर खड़ी हैं जो साहित्य के पन्नों पर दर्ज हो सियासत की हर चाल को नाकाम कर देती हैं.