स्वामीनाथन के भीतर एक सर्जनात्मक दृष्टि भी थी. उनका मूल काम आलोचक-दृष्टि रखना नहीं था, जितना सर्जनात्मक दृष्टि रखना और सर्जनात्मक कर्म करना था. गीता कपूर को सर्जनात्मक दृष्टि रखने की कोई दरकार या कोई ज़रूरत नहीं थी.
द वायर इन्वेस्टिगेशन
→वीडियो
→भारत-कनाडा विवाद
→सभी ख़बरें
फैक्ट-फाइंडिंग टीम ने पांच जनवरी को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में की गई हिंसा की पहचान निशाना बनाकर किए गए हमले के रूप में की है, जिसका उद्देश्य छात्रों और फैकल्टी के सदस्यों डराना और धमकाना था. इसके साथ ही यह संस्थान के कुलपति के समर्थन और प्रोत्साहन के साथ किया गया था.
वीडियो: राजस्थान के सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक भंवर मेघवंशी ने आरएसएस में अपने कार्यकाल और फिर इस संगठन को छोड़ने से जुड़े अपने अनुभवों को द वायर उर्दू के संपादक महताब आलम से साझा किया.
कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक में चार मुद्दों पर प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें नागरिकता कानून, एनआरसी के विरोध को दबाने की सरकार की कोशिश, देश की बिगड़ती आर्थिक स्थिति, जम्मू कश्मीर में सरकार की पाबंदी के छह महीने पूरे होने और खाड़ी में ईरान और अमेरिका के बीच विवाद की वजह से बन रहे हालात शामिल हैं.
इस नई योजना के ज़रिये व्यक्तियों या निजी कंपनियों को ये अनुमति मिल जाएगी कि वे भूमि की पहचान कर वनीकरण करें और वन भूमि की क्षतिपूर्ति के लिए उद्योगों को इसे बेच सकें.
केरल के कोच्चि स्थित मरादु नगर निगम में झील के किनारे तटीय नियमन क्षेत्र के मानदंडों का उल्लंघन कर कुल 343 फ्लैट बनाए गए थे. सुप्रीम कोर्ट ने सितंबर 2019 में इन परिसरों को 138 दिनों के भीतर गिराने का निर्देश दिया था.
जेएनयू में विद्यार्थियों पर हुए हमले के बाद एकजुटता प्रकट करने के लिए विश्वविद्यालय पहुंची अभिनेत्री दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक के बहिष्कार की मांग की जाने लगी, जिसमें वे तेजाब पीड़िता का किरदार अदा कर रही हैं. इस मामले में भाजपा के कुछ नेताओं ने भी जेएनयू जाने पर अभिनेत्री की आलोचना की थी.