द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में सैटेलाइट इमेजरी का विश्लेषण करते हुए बताया गया है कि 6 दिसंबर 2021 और इस साल 18 अगस्त को ली गई तस्वीरों की तुलना से पता चलता है कि चीनियों ने अक्साई चिन के 15 वर्ग किलोमीटर के भीतर छह स्थानों पर बंकर बनाए हैं और अंडरग्राउंड निर्माण किया है.
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लद्दाख दौरे के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा आपसे आपकी ज़मीन छीनना चाहती है. वे अडानी की बड़ी परियोजनाओं को यहां स्थापित होने देना चाहती हैं और यह भी नहीं चाहती कि उनसे आपको फायदा हो. हम ऐसा नहीं होने देंगे.
न्यूज़क्लिक का ट्विटर एकाउंट ऐसे समय में निलंबित किया गया है, जब कुछ ही दिन पहले भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने इस पर 'चीनी प्रोपेगेंडा' प्रकाशित करने का आरोप लगाया था. न्यूज़क्लिक की तरफ से बताया गया है कि उन्हें ट्विटर हैंडल के सस्पेंड होने के बारे में सूचित करने वाला कोई ईमेल नहीं मिला.
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट बताती है कि भारतीय सेना ने घरेलू स्तर पर निर्मित निगरानी ड्रोन में चीनी उपकरणों और पुर्ज़ों के इस्तेमाल पर रोक लगाते हुए कहा कि ऐसे पुर्ज़ों में 'सुरक्षा ख़ामियां' होती हैं जो महत्वपूर्ण भारतीय सैन्य डेटा को ख़तरे में डाल सकती हैं.
प्यू रिसर्च सेंटर द्वारा 24 देशों में किए गए एक सर्वे में सामने आया है कि भारत में चीन को लेकर नकारात्मक विचार 2019 में 46 फीसदी थे, जो 2023 में बढ़कर 67 फीसदी हो गए हैं. इसी अवधि के दौरान भारत-चीन सीमा पर बार-बार संघर्ष के हालात बने हैं.
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केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने चीन के साथ व्यापार को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा है कि हम कहीं भी किसी भी कंपनी के साथ व्यापार करने के लिए तैयार हैं, जब तक वे निवेश कर रहे हैं और वैध तरीके से अपना कारोबार कर रहे हैं.
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अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन दावा करते हैं कि उनकी हुकूमत का केंद्रीय उसूल ‘लोकतंत्र की रक्षा’ है. यह बात सराहने लायक़ है, लेकिन भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के समय वॉशिंगटन में जो कुछ हुआ वह ठीक इसका उल्टा था. अमेरिकी हुक्मरान जिस शख़्स के आगे बिछे हुए थे, उसने भारतीय लोकतंत्र को बहुत व्यवस्थित तरीक़े से कमज़ोर किया है.
पूर्वी लद्दाख में चुशुल के पार्षद कोंचोक स्टैनज़िन ने बताया कि उन्हें ‘ग्रामीणों से जानकारी मिली है कि चीनी सेना ने बफ़र ज़ोन में गुरुंग हिल्स के टेबल टॉप इलाके में चार टेंट लगा दिए थे. भारतीय सेना द्वारा उनकी उपस्थिति पर आपत्ति जताने के बाद तीन टेंट हटा दिए गए थे, चौथा तंबू हटाने की प्रक्रिया में था’.
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कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि कुछ निजी रिफाइनरों के अलावा सार्वजनिक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इंडियन ऑयल ने भी चीन की मुद्रा युआन में रूस से आयातित कच्चे तेल का भुगतान करने की सूचना दी है, जबकि भारतीय उपभोक्ताओं को कच्चे तेल के सस्ते आयात से कोई लाभ नहीं मिला है.