इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के हरियाणा प्रमुख नफे सिंह राठी और एक पार्टी कार्यकर्ता की झज्जर ज़िले में रविवार शाम हत्या कर दी गई. पार्टी नेता अभय चौटाला ने दावा किया है कि इस घटना के लिए वह स्पष्ट रूप से मुख्यमंत्री को ज़िम्मेदार मानते हैं. छह महीने पहले जान को ख़तरा होने की जानकारी देने के बावजूद उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई थी.
आरोप है कि उत्तर प्रदेश के देवरिया ज़िले के एक गांव में बीते 2 अक्टूबर को ज़मीन विवाद को लेकर सत्य प्रकाश दुबे ने प्रेमचंद यादव की हत्या कर दी थी. इसके बाद यादव परिवार ने सत्य प्रकाश समेत उनके परिवार के पांच सदस्यों की हत्या कर दी थी. सत्य प्रकाश ने पिछले कुछ सालों में कई बार यूपी सरकार की एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली पर विवाद की शिकायत की, लेकिन अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की थी.
मणिपुर के इंफाल पश्चिम ज़िले में डिफेंस सर्विस कॉर्प्स के सैनिक सर्टो थांगथांग कोम का 16 सितंबर को उनके घर से अपहरण कर लिया गया था. कमेटी फॉर ट्राइबल यूनियन की ओर से कहा गया है कि ऐसे बर्बर कृत्य से पता चलता है कि कैसे सशस्त्र मेईतेई बदमाशों को इंफाल घाटी में बिना किसी हिचकिचाहट के आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए स्वतंत्र रूप से घूमने की अनुमति दी गई है.
बीते 12 अप्रैल को पंजाब के बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में सोते समय सेना के चार जवानों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जांच में शामिल अधिकारियों का कहना है कि हत्या के संबंध में गिरफ़्तार गनर मोहन देसाई ने उन्हें बताया कि मारे गए चार सैनिकों द्वारा उनका यौन उत्पीड़न किया जा रहा था.
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर ज़िले का मामला. पुलिस का दावा था कि पांच सितंबर 2021 को पुलिस और कथित गो-तस्करों के बीच एक मुठभेड़ हुई थी. जवाबी फायरिंग में गो-तस्कर जीशान हैदर नक़वी के पैर में गोली लगी, जिससे उनकी मौत हो गई. वहीं परिजनों ने आरोप लगाया था कि मृतक को पुलिस घर से उठाकर ले गई और उनकी हत्या कर दी थी.
जानी-मानी अमेरिकी-फलस्तीनी पत्रकार शिरीन अबु अकलेह की मौत इस साल मई में वेस्ट बैंक के जेनिन शहर में इज़रायल डिफेंस फोर्सेस की छापेमारी के दौरान हुई गोलीबारी में हो गई थी. अमेरिका के फैसले को लेकर इज़रायल ने कहा है कि वह जांच में सहयोग नहीं करेगा.
छत्तीसगढ़ के बीजापुर ज़िले का मामला. पुलिस के मुताबिक, नक्सलियों ने स्थानीय पत्रकार के भाई पर पुलिस का मुखबिर होने का आरोप लगाया था. इसी तरह राज्य के मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी ज़िले में नक्सलियों ने एक 32 वर्षीय व्यक्ति की कथित तौर पर हत्या कर दी है.
घटना गुजरात विश्वविद्यालय के पास एक निर्माण स्थल पर हुई. पुलिस ने बताया कि पांच मजदूर 13वीं मंजिल पर एलिवेटर शाफ्ट से दीवार पर प्लास्टर कर रहे थे, तभी वे जिस लकड़ी के तख़्ते पर खड़े थे, वो टूटकर सीधे बेसमेंट में जा गिरा. इससे 5वीं मंजिल पर काम कर रहे दो अन्य लोग भी संतुलन खोकर नीचे गिर गए.
झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के मंझारी थाना क्षेत्र का मामला है, जहां एक व्यक्ति ने डायन होने के संदेह में कुछ लोगों के साथ मिलकर अपनी 45 वर्षीय चाची की हत्या कर शव को जंगल में छुपा दिया. पुलिस ने बताया कि आरोपियों की तलाश की जा रही है.
झारखंड के गढ़वा जिले के चिनियां थाना क्षेत्र का मामला. जादू-टोना करने के संदेह में किसी व्यक्ति की हत्या कर देना राज्य में एक बड़ी सामाजिक बुराई है. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार, ऐसे मामलों में 2001 और 2020 के बीच कुल 590 लोगों की मौत हुई, जिनमें ज़्यादातर महिलाएं थीं.
पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने कहा कि सरकार कहती है कि कश्मीर में शांति क़ायम है, जबकि तथ्य यह है कि कश्मीरी पंडित और मुसलमान दोनों मारे जा रहे हैं. एक शिक्षिका की हत्या सुरक्षा स्थिति की गंभीर तस्वीर पेश करती है और केंद्र शासित प्रदेश में शांति के स्तर को दर्शाती है.
उत्तरी वेस्ट बैंक के जेनिन क़स्बे में शरणार्थी शिविर पर इज़रायली सेना की कार्रवाई के दौरान हुई गोलीबारी में अल-जज़ीरा की पत्रकार शिरीन अबू अकलेह की मौत हो गई और एक अन्य फलस्तीनी पत्रकार घायल हो गए हैं. शिरीन वहां रिपोर्टिंग के लिए मौजूद थीं. इज़रायल ने पत्रकार की मौत उसकी सेना की गोलीबारी से होने से इनकार किया है.
विस्थापित कश्मीरी पंडितों ने मासिक राहत राशि बढ़ाने और समुदाय के बेरोज़गार युवाओं को सरकारी नौकरियां देने सहित विभिन्न मांगों को लेकर अपनी बस्ती के बाहर प्रदर्शन किया. उनकी मांग है कि सरकार को मासिक राहत राशि 13,000 रुपये से बढ़ाकर 25,000 रुपये करना चाहिए.
उत्तर प्रदेश के गोंडा ज़िले के नवाबगंज थाना क्षेत्र का मामला है. पुलिस के मुताबिक, 17 वर्षीय दलित किशोरी का शव एक खेत में बरामद किया गया. सर्विलांस के आधार पर मामले में तीन आरोपियों की संलिप्तता का पता चला था. तीसरे आरोपी की तलाश में एक पुलिस टीम लगाई गई है.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ ने तीन प्रस्ताव पारित किए, जिनमें घाटी में प्रवासी कश्मीरी पंडितों की वापसी तथा पुनर्वास और उनके राजनीतिक सशक्तिकरण समेत कई आह्वान किया गए हैं. पार्टी प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीरी पंडितों के ‘नस्ली सफाए’ के साज़िशकर्ताओं को कभी भी जम्मू कश्मीर नहीं मिलेगा.