राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) के आंकड़ों के अनुसार, महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध के उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक 16,109 शिकायतें दर्ज की गईं. इसके बाद दिल्ली को 2,411, महाराष्ट्र को 1,343 शिकायतें मिलीं. सबसे ज़्यादा शिकायतें गरिमा के अधिकार श्रेणी में प्राप्त हुईं, जिसमें घरेलू हिंसा के अलावा अन्य उत्पीड़न शामिल हैं. इनकी संख्या 8,540 थी.
मणिपुर के घाटी क्षेत्र में स्थित थौबल ज़िले के लिलोंग इलाके में 1 जनवरी को यह हिंसा हुई. अज्ञात बंदूकधारियों छद्मवेश में पहुंचे और स्थानीय लोगों को निशाना बनाते हुए गोलीबारी शुरू कर दी थी. इसके बाद राज्य सरकार ने थौबल, इंफाल पूर्व, काकचिंग और बिष्णुपुर ज़िलों में फिर से कर्फ्यू लगा दिया है.
द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.
स्टेट बैंक ने एक आरटीआई के जवाब में बताया है कि 2018 में चुनावी बॉन्ड योजना आने के बाद से 29 चरणों में 15,956.3096 करोड़ रुपये के बॉन्ड बेचे गए हैं. बताया गया है कि दानदाताओं को बैंक को कोई सेवा शुल्क नहीं देना पड़ता, यहां तक कि बॉन्ड की छपाई लागत का भुगतान भी सरकार या करदाता वहन करते हैं.
उत्तराखंड के चंपावत ज़िले का मामला. पुलिस ने कहा कि नाबालिग की मां की शिकायत के अनुसार, भाजपा से निष्कासित नेता कमल रावत ने उनकी 16 वर्षीय बेटी का अपहरण कर उसके साथ बलात्कार किया और उसे यह अपराध न बताने के लिए धमकी भी दी थी. भाजपा के चंपावत ज़िलाध्यक्ष ने कहा कि रावत को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है.
उत्तर प्रदेश के बागपत ज़िले का मामला. बीते 27 दिसंबर को एक तेल मिल के मालिक और उसके दो सहयोगियों ने एक महिला का यौन उत्पीड़न करने कोशिश की थी. इसका विरोध करने पर आरोपियों ने कथित तौर पर उसे गर्म तेल के कड़ाही में धकेल दिया था. पुलिस ने कहा कि तीनों आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया गया है.
बिहार के सीतामढी में सार्वजनिक रूप से एक पुलिसकर्मी द्वारा एक दलित महिला की पिटाई का एक वीडियो वायरल हो गया है. पुलिस का दावा है कि अपहरण के एक मामले में दो पक्षों के बीच हुई लड़ाई के बाद पुलिसकर्मी केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश कर रहे थे.
उत्तर प्रदेश के बदायूं स्थित ज़िला महिला अस्पताल का मामला. आरोप है कि अस्पताल के कर्मचारियों ने महिला के परिजनों से जांच के लिए 5,000 रुपये की मांग की थी. पैसे नहीं होने के कारण उन्होंने महिला को भर्ती करने से इनकार कर दिया. ज़िला मजिस्ट्रेट ने कहा कि घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं.
1984 बैच के यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी दुर्गा शंकर मिश्रा बीते 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने वाले थे. अब उनका कार्यकाल जून 2024 तक छह महीने की अवधि के लिए बढ़ा दिया गया है. इसके अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत को राजस्थान का मुख्य सचिव नियुक्त किया है.
तहरीक-ए-हुर्रियत का नेतृत्व एक समय दिवंगत अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी करते थे, जिनकी जगह मसरत आलम भट ने ली थी. भट की पार्टी मुस्लिम लीग ऑफ जम्मू कश्मीर को भी 27 दिसंबर को प्रतिबंधित कर दिया गया था. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि तहरीक-ए-हुर्रियत जम्मू कश्मीर को अलगाव को बढ़ावा देने की गतिविधियों में शामिल है.
जम्मू कश्मीर के पुंछ ज़िले में बीते 21 दिसंबर को आतंकी हमले में 4 जवानों की मौत के बाद सेना ने कुछ लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया था. बाद में इनमें से 3 लोगों के शव मिले थे. पीडीपी नेताओं ने कहा कि मुफ्ती को पार्टी के अन्य सहयोगियों को पुलिस ने पीड़ितों के परिवारों से मिलने के लिए टोपा पीर गांव की ओर जाने की अनुमति नहीं दी.
इंफाल पुलिस ने भड़काऊ समाचार प्रकाशित करने के आरोप में स्थानीय दैनिक ‘कांगलेइपाकी मीरा’ के संपादक वांगखेमचा श्यामजई को गिरफ्तार कर लिया है. उन पर दंगा भड़काने का इरादा रखने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप है. वे 31 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिए गए हैं.
पहलवान विनेश फोगाट ने ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया के साथ मिलकर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के करीबी सहयोगी संजय सिंह के चुनाव का विरोध किया था. बृजभूषण पर उन्होंने महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था.
गुजरात दंगों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेष जांच दल (एसआईटी) ने आठ दंगा प्रभावित ज़िलों में ज़किया जाफरी को छोड़कर 159 लोगों को प्राप्त सुरक्षा वापस लेने का निर्णय लिया है. इनमें नरोदा पाटिया नरसंहार केस में माया कोडनानी और बाबू बजरंगी को सज़ा सुनाने वालीं रिटायर्ड जज ज्योत्सना याज्ञनिक भी शामिल हैं.
पर्यावरण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, साल 2023 में कुल मौतों में से 40 प्रतिशत शावकों और किशोर बाघों की हुई हैं. कुछ मीडिया रिपोर्टों में इस साल बाघों की मौत की उच्च दर का उल्लेख होने के बाद मंत्रालय ने ये आंकड़े जारी किए हैं. महाराष्ट्र के बाद मध्य प्रदेश में 40, उत्तराखंड में 20, तमिलनाडु में 15 और केरल में 14 बाघों की मौत हुई हैं.