भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ आवाज उठाने वाले और रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित आईएफएस अधिकारी संजीव चतुर्वेदी से जुड़े मामलों की सुनवाई से अलग होने का सिलसिला 2013 से शुरू हुआ, जब तत्कालीन सुप्रीम कोर्ट जज रंजन गोगोई ने चतुर्वेदी की याचिका पर सुनवाई से खुद को अलग किया था.