यूएन की फैक्ट-फाइंडिंग रिपोर्ट में बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख़ हसीना और वरिष्ठ नेताओं पर मानवाधिकार उल्लंघन के आरोप लगाए गए हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि हसीना के सत्ता से हटने के बाद बने राजनीतिक शून्य ने अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ हिंसा को बढ़ावा दिया, हालांकि इसके धार्मिक, जातीय और राजनीतिक कारण भी थे.
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मदुरै सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाए नए छात्रों को ‘हिप्पोक्रेटिक’ शपथ के स्थान पर ‘महर्षि चरक शपथ’ दिलाई गई थी. इस संबंध में एक विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं. तमिलनाडु भाजपा ने राज्य की डीएमके सरकार की आलोचना करते हुए डीन को पद से हटाए जाने की निंदा की है.
कांग्रेस नेता अलका लांबा ने वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडर के दाम में वृद्धि को लेकर आरोप लगाया कि केंद्र वास्तविक मुद्दों से ध्यान हटाने की कोशिश कर रहा है और दाम बढ़ा रहा है. वहीं, तेलंगाना राष्ट्र समिति की नेता के. कविता ने कहा कि मोदी सरकार के कार्य और फैसले उनकी आम जनता के प्रति असंवेदनशीलता को दिखाते हैं.
जामिया मस्जिद प्रबंधन समिति की ओर से कहा गया है पुलिस और नागरिक प्रशासन ने बताया है कि श्रीनगर स्थित ईदगाह और जामिया मस्जिद में अगर सुबह सात बजे से पहले नमाज़ नहीं की जाती है, तो इसके बाद नमाज़ की अनुमति नहीं दी जाएगी. समिति ने कहा कि अधिकारियों को हजरतबल दरगाह पर सुबह 10:30 बजे नमाज़ की अनुमति देने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन वे ईदगाह में शर्तें लगा रहे हैं.
मध्य प्रदेश के गुना ज़िले के कुंभराज थाना क्षेत्र का मामला है. पुलिस ने बताया कि रोके जाने के बाद दलित परिवार ने श्मशान घाट में ऊंचे चबूतरे के पास ही ज़मीन पर परिजन का अंतिम संस्कार किया. आरोपियों के ख़िलाफ़ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 4,30,82,345 हो गए हैं और इस महामारी के कारण 5,23,869 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. विश्व में संक्रमण के 51.38 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और 62.36 लाख से अधिक लोगों की जान गई है.
पश्चिम बंगाल के बीरभूम ज़िले के रामपुरहाट क़स्बे के पास बोगतुई गांव में 22 मार्च को तड़के कुछ मकानों में कथित तौर पर आग लगा देने से दो बच्चों सहित आठ लोगों की झुलसकर मौत हो गई थी. आग से झुलसी एक अन्य महिला की मौत बीते 28 मार्च को हुई थी. आरोप है कि यह घटना सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के पंचायत अधिकारी की हत्या के प्रतिशोध स्वरूप हुई थी.
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