बीते 1 फरवरी को छत्तीसगढ़ के बीजापुर ज़िले के गंगालूर इलाके में पुलिस ने तोड़का-कोरचेली गांवों के पास जंगल में मुठभेड़ में आठ इनामी माओवादियों को मारने का दावा किया था. अब ग्रामीण और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने इसे फ़र्ज़ी बताते हुए कहा है कि मारे गए लोग ग्रामीण थे.