हिंदी समाज हर शहर में एक नौजवान भी नहीं तैयार कर पा रहा है जो अपने शहर के रंगमंच से राब्ता रखकर उसका विश्लेषण या परिचय हिंदी के पाठक को उपलब्ध कराता रहे. शिक्षण संस्थान क्या कर रहे हैं? रंग समूह शैक्षणिक परिसर से जुड़ने के लिए क्या कोशिश कर रहे हैं? क्या हिंदी साहित्यकारों का अपने शहर के रंगमंच से कोई वास्ता है?
द वायर इन्वेस्टिगेशन
→वीडियो
→भारत-कनाडा विवाद
→सभी ख़बरें
दिल्ली में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां एम्बुलेंस में रोगी को गंभीर हालत में लेकर परिजन कई घंटों और किलोमीटर तक विभिन्न अस्पतालों में भटकते रहे. ऐसे में एम्बुलेंस में उपलब्ध महज़ एक ऑक्सीजन सिलेंडर मरीज़ की मदद के लिए नाकाफ़ी साबित हो रहा है.
प्रधानमंत्री कार्यालय की बेवसाइट में कहा गया है कि पीएम केयर्स फंड का वित्तीय वर्ष के अंत में एक ऑडिट किया जाएगा और यह 27 मार्च, 2020 को नई दिल्ली में एक सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट के रूप में पंजीकृत किया गया था.
इंदौर में 12 जून को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के जन्मदिन पर पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता की अगुवाई में कमला नेहरू कॉलोनी में अनाज वितरण कार्यक्रम किया गया, जहां लोगों द्वारा राशन की छीनाझपटी देखने को मिली. इस कॉलोनी में तीन कोरोना हॉटस्पॉट हैं.
भारत में एक दिन में कोरोना वायरस के सर्वाधिक 11,458 मामले सामने आने से कुल मामले बढ़कर 308,993 हो गए हैं, वहीं 386 लोगों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 8,884 हो गई है. पूरे विश्व में 4.26 लाख से अधिक जान गंवा चुके हैं. मौत के मामले में ब्रिटेन को पीछे कर ब्राज़ील दूसरे स्थान पर पहुंचा.
जीटीबी अस्पताल कोविड-19 के लिए अधिकृत अस्पताल है, जहां भर्ती कोरोना संक्रमितों के परिजनों का कहना है कि स्टाफ बमुश्किल ही मरीज़ों के वॉर्ड में जाता है. खाने-पीने से लेकर शौचालय जाने तक में मदद के लिए मरीज़ अपने परिवार पर निर्भर है.
घटना डारंग जिले के मंगलदोई सिविल अस्पताल की है, जहां मिलते-जुलते नाम वाले एक मरीज़ को कोरोना से ठीक हुआ समझकर डिस्चार्ज कर दिया गया, जबकि तब तक उनकी रिपोर्ट नहीं आई थी. बाद में उन्हें नेगेटिव पाया गया.