स्वामीनाथन के भीतर एक सर्जनात्मक दृष्टि थी. उनका मूल कर्म आलोचक-दृष्टि को बरतना नहीं, बल्कि सर्जनात्मक कर्म करना था. गीता कपूर को सर्जनात्मक दृष्टि की कोई दरकार या कोई ज़रूरत नहीं थी.
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जम्मू के पुंछ ज़िले में सेना के शिविर पर हमला होने के कुछ ही घंटों बाद दक्षिण कश्मीर के त्राल इलाके में संदिग्ध आतंकियों ने सेना के एक जवान को गोली मारकर घायल कर दिया. घायल जवान की पहचान पुलवामा के डेलार मुश्ताक सोफी के तौर पर हुई है, जो हाल ही में छुट्टी पर घर आए थे.
इस समय संविधान की सबसे बड़ी सेवा सत्ताधीशों के स्वार्थी मंसूबों की पूर्ति के उपकरण बनने से इनकार करना है. समझना है कि संविधान के मूल्यों को बचाने की लड़ाई सिर्फ न्यायालयों में या उनकी शक्ति से नहीं लड़ी जाती. नागरिकों के विवेक और उसकी शक्ति से भी लड़ी जाती है.
2009 से 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मिड डे मील के कुक्स-कम-हेल्पर्स का वेतन नहीं बढ़ा है. ज़्यादातर राज्यों में उन्हें 1,000 रुपये प्रतिमाह का मानदेय दिया जा रहा है, जो राष्ट्रीय न्यूनतम मज़दूरी से कम है.
आईआईटी और आईआईएम सहित लगभग सभी केंद्रीय शैक्षणिक संस्थानों में 27 प्रतिशत फैकल्टी पद ओबीसी, 15% एससी और 7.5 % एसटी के लिए आरक्षित हैं. हालांकि, सामने आया है कि कम से कम दो आईआईटी और तीन आईआईएम में 90% से अधिक फैकल्टी पदों पर सामान्य वर्ग के लोग काबिज़ हैं.
अगस्त 2021 में मध्य प्रदेश के इंदौर में हिंदू महिलाओं को कथित तौर पर परेशान करने के आरोप में भीड़ ने एक चूड़ी विक्रेता तस्लीम अली को बुरी तरह पीटा था. अब स्थानीय अदालत ने उन्हें छेड़छाड़ के उस मामले में बरी कर दिया है, जिसके लिए उन्होंने 107 दिन जेल में बिताए थे.
सुप्रीम कोर्ट की महिला जजों की बर्ख़ास्तगी पर कड़ी टिप्पणी, कहा- पुरुषों को पीरियड्स होते, तो समझ पाते
मध्य प्रदेश में छह महिला सिविल जजों की बर्ख़ास्तगी पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है. मामले की सुनवाई के दौरान एक जज की मानसिक और शारीरिक परेशानी को नज़रअंदाज़ करने पर कोर्ट ने कहा कि पुरुष न्यायाधीशों और न्यायिक अधिकारियों के लिए भी समान मानदंड होने चाहिए.