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कच्चाथीवू द्वीप का राजनीतिक इतिहास और इस विषय पर भाजपा द्वारा उठाया गया विवाद इंगित करता है कि लंबे समय से तमिलनाडु में ज़मीन तलाश रही पार्टी के लिए यह मुद्दा मतदाताओं को लुभाने का ज़रिया है.
केंद्र सरकार ने 2021 में देश में निजी संस्थाओं को सैनिक स्कूल चलाने की अनुमति दी थी. द रिपोर्टर्स कलेक्टिव के अनुसार, ऐसे 40 निजी सैनिक स्कूलों में से कम से कम 62% ऐसे थे जो आरएसएस और उसके सहयोगी संगठनों, भाजपा के नेताओं, उसके राजनीतिक सहयोगियो, हिंदुत्व संगठनों, व्यक्ति और अन्य हिंदू धार्मिक संगठनों से जुड़े थे.
शोमा सेन नागपुर विश्वविद्यालय की पूर्व प्रोफेसर हैं और उन्हें एल्गार परिषद मामले में कथित माओवादी संबंधों के लिए 6 जून, 2018 को पुणे पुलिस ने गिरफ़्तार किया था. तब से सेन न्यायिक हिरासत में हैं.
दिसंबर 2023 में जम्मू-कश्मीर के पुंछ में एक आतंकी हमले, जिसमें चार जवान मारे गए थे- के बाद सेना के जवानों द्वारा कथित तौर पर पूछताछ के दौरान तीन नागरिकों की मौत हो गई थी. सेना की आंतरिक जांच में पता चला है कि 7-8 जवानों के आचरण में गंभीर खामियां पाई गई हैं, जिसमें विभिन्न स्तरों के अधिकारी भी शामिल हैं.
पिछले साल अगस्त में संसद द्वारा पारित जन्म और मृत्यु पंजीकरण (संशोधन) अधिनियम, 2023 के तहत जन्म-मृत्यु डेटाबेस को राष्ट्रीय स्तर पर मेंटेन किया जाएगा और इसका इस्तेमाल राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) से लेकर मतदाता सूची, आधार संख्या, राशन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस जैसे अन्य डेटाबेस को अपडेट करने के लिए किया जा सकता है.
एनसीईआरटी ने 12वीं कक्षा की राजनीति विज्ञान की किताब में 'बाबरी विध्वंस' के संदर्भ को बदलकर 'राम जन्मभूमि आंदोलन कर दिया गया है. साथ ही, हिंदुत्व की राजनीति और गुजरात दंगों से जुड़े शब्दों में भी बदलाव किए हैं.
कर्नाटक के बेंगलुरु दक्षिण के सांसद तेजस्वी सूर्या द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल करने से एक दिन पहले कर्नाटक कांग्रेस कमेटी ने आरोप लगाया है कि बेंगलुरु के कुछ कॉलेजों ने उसके छात्रों को उनकी नामांकन रैली में शामिल होने का निर्देश देते हुए कहा गया था कि इसके लिए उन्हें 'अटेंडेंस' मिलेगी.
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर के अनुसार, अमेरिका भारत सरकार को पन्नू मामले में पूरी जांच करते देखना चाहता है और वह इस जांच के परिणामों की प्रतीक्षा कर रहा है.
साउथ ईस्ट एशिया सर्वे-2024 के मुताबिक़, दक्षिण पूर्व एशिया से निकटता के बावजूद भारत आसियान के लिए रणनीतिक प्रासंगिकता के क्रम में 11 साझेदारों में औसतन नौवें स्थान पर है.