समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर सीट से विधायक आज़म ख़ान पर 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान एक जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर आपत्तिजनक भाषा इस्तेमाल पर दर्ज मामले में अदालत ने उन्हें दोषी मानते हुए तीन साल की सज़ा सुनाई है.
उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह एक वायरल वीडियो में कथित तौर पर मीडिया से बात करते हुए यह कहते हुए देखे जा सकते हैं कि बाढ़ के प्रति मैंने अपने जीवन में इतना ख़राब इंतज़ाम पहले कभी नहीं देखा है. लेकिन, बोलना बंद है. बोलोगे तो बागी कहलाओगे.
इंस्टाग्राम ने @cringearchivist नाम के एकाउंट द्वारा साझा की गई जिस व्यंग्यात्मक पोस्ट को 'नग्नता और यौन गतिविधि' संबंधी दिशानिर्देशों के उल्लंघन का हवाला देते हुए हटाया है, उसमें अयोध्या में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मंदिर बनाने वाले प्रभाकर मौर्य आदित्यनाथ की प्रतिमा की आरती करते नज़र आ रहे हैं.
घटना भदोही ज़िले के औराई थानाक्षेत्र में हुई. नरथुआ गांव में एक पूजा समिति के पंडाल में रविवार रात करीब साढ़े नौ बजे भीषण आग लग गई. अधिकारियों का कहना है कि ऐसा लगता है कि ‘हैलोज़न’ के अधिक गर्म हो जाने से पंडाल में बिजली के तार में आग लग गई, जो बाद में हर जगह फैल गई.
अयोध्या में राम जन्मभूमि से क़रीब 25 किलोमीटर दूर प्रभाकर मौर्य नाम के एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मंदिर बनवाया है, जहां नियमित रूप से पूजा-अर्चना की जा रही है. अब प्रभाकर के चाचा ने आरोप लगाया है कि उक्त मंदिर सरकारी ज़मीन पर बनाया गया है, ताकि वह ज़मीन कब्ज़ाई जा सके.
दिलकुशा इलाके में भारी बारिश के कारण एक इमारत की चारदीवारी गिरने से उसके पास बनी झोपड़ियों में रह रहे तीन मजदूर दंपतियों के साथ तीन बच्चों की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए. लखनऊ में पिछले तीन दिनों से भारी बारिश के चलते जिलाधिकारी ने शुक्रवार को सभी निजी और सरकारी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया था.
यूपी के गोरखपुर के मियां बाज़ार, मुफ़्तीपुर, अलीनगर, तुर्कमानपुर, रसूलपुर, हुमायूंपुर उत्तरी, घोसीपुरवा, दाउदपुर, क़ाज़ीपुर खुर्द, चक्सा हुसैन जैसे वॉर्ड के नाम बदल दिए गए हैं. अब इलाहीबाग को बंधु सिंह नगर, इस्माइलपुर को साहबगंज और ज़ाफ़रा बाज़ार को आत्माराम नगर के नाम से जाना जाएगा.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 18 पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जातियों की श्रेणी में शामिल करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 2016 और 2019 में जारी अधिसूचनाओं को चुनौती देने वाली याचिका को स्वीकार करते हुए उन्हें रद्द कर दिया. याचिका डॉ. बीआर आंबेडकर ग्रंथालय एवं जन कल्याण, गोरखपुर और अन्य ने दायर की थी.
साल 2017 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2007 में गोरखपुर और आसपास के ज़िलों में मुस्लिमों के ख़िलाफ़ हिंसा भड़काने के आरोप में अपने ख़िलाफ़ मुक़दमा चलाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था.
वर्ष 2007 में दो समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के आरोपों को लेकर तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ और अन्य लोगों के ख़िलाफ़ गोरखपुर के एक थाने में एफ़आईआर दर्ज की गई थी. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मुक़दमा चलाने से इनकार के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने योगी के ख़िलाफ़ याचिका को ख़ारिज कर दिया था, जिसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है.
उत्तर प्रदेश के मथुरा ज़िले के वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर में मची भगदड़ में जिन दो लोगों की मौत हुई है, उनकी पहचान नोएडा सेक्टर-99 की रहने वाली निर्मला देवी और राम प्रसाद विश्वकर्मा के रूप में हुई है. हादसे में सात अन्य घायल हो गए हैं.
14 सितंबर 2020 को उत्तर प्रदेश के हाथरस में कथित तौर पर ऊंची जाति के युवकों ने 19 साल की एक दलित युवती का बलात्कार किया था. 29 सितंबर 2020 को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान पीड़िता की मौत हो गई थी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक रिपोर्ट साझा की है, जिसमें कहा गया है कि दो साल बाद भी युवती के परिवार को घर और नौकरी देने का वादा योगी सरकार ने पूरा नहीं किया
शनिवार को कानपुर की एक अदालत ने उत्तर प्रदेश सरकार में लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम मंत्री राकेश सचान को अवैध हथियार रखने के 31 साल पुराने मामले में दोषी ठहराया था. इस दौरान सचान दोषी क़रार दिए जाने के अदालती आदेश की फाइल लेकर वहां से भाग गए थे.
निषादों को आरक्षण देने की मांग को लेकर साल 2015 में उत्तर प्रदेश में गोरखपुर शहर के सहजनवा क्षेत्र में हुए उग्र आंदोलन में संजय निषाद समेत 37 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया था. इस दौरान पुलिस के साथ हुई झड़प के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई और 24 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे.
अभियोजन अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार में लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम मंत्री राकेश सचान को अदालत ने जब 31 साल पुराने मामले में दोषी ठहराया और बचाव पक्ष को सज़ा पर बहस शुरू करने को कहा, तब सचान वहां से चले गए. इस संबंध में अपर मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट के निर्देश पर कानपुर कोतवाली में मंत्री के ख़िलाफ़ तहरीर दी गई है.