पुण्यतिथि विशेष: 23 फरवरी, 1990 को पद्मभूषण से सम्मानित अमृतलाल नागर इस दुनिया को अलविदा कह गए. यह कहना कठिन है कि अमृतलाल का दिल लखनऊ में धड़कता था या लखनऊ के दिल में नागर धड़कते थे. वे निरे साहित्यकार नहीं थे. उन्होंने आज़ादी की लड़ाई में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया था-साइमन कमीशन के विरोध से लेकर विदेशी कपड़ों की होली जलाने तक. उन्होंने क्रांतिकारियों तक संदेश पहुंचाने का भी काम किया था.