बड़े लेखक वे हैं, जो समय से पहले घटनाओं की आहट सुन लेते हैं. जो बीत गया उस पर लिखना दृष्टिकोण है, लेकिन आगामी दौर को लिखना वक़्त को थाम लेना है. भविष्य की संभावना को दर्ज करना ज्यादा महत्वपूर्ण है. क्योंकि कई बार आज को दर्ज करना रचनाओं को कमज़ोर कर देता है. 'रचनाकार का समय' स्तंभ की तीसरी क़िस्त.
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यूपी में सपा और कांग्रेस के गठबंधन के बाद भी कई सीटों पर दोनों दलों के प्रत्याशी एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं. इसमें रायबरेली और अमेठी सीटें भी हैं.
विदेशी मुद्रा नियमन अधिनियम (एफसीआरए) के तहत एनजीओ को मिलने वाले विदेशी चंदे पर लगने के बाद सामाजिक मुद्दों और मानवाधिकार से जुड़े काम प्रभावित हुए हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने उपहार सिनेमा में लगी आग के मामले में रियल एस्टेट दिग्गज गोपाल अंसल को एक साल की सजा सुनाई है. इस घटना में 59 लोग मारे गए थे.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अगर किसी दल को बहुमत नहीं मिलता है तो सरकार बनाने में शिवपाल की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाएगी.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव पर द वायर हिंदी और चलचित्र अभियान पेश कर रहे हैं ‘चुनावी चर्चा’. इसकी दूसरी किस्त में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की महिलाओं से बातचीत.
किस दिन, किस मुहूर्त में लेखक बना, याद नहीं न इसका जरा भी भान हुआ. बस याद रही इस यात्रा की वो सारी बातें जो खुद में एक उपन्यास है.