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घटना उत्तर प्रदेश के हापुड़ ज़िले के लुहारी गांव में बीते 24 अक्टूबर को हुई. मृतक की पहचान इरशाद मोहम्मद के रूप में हुई है. रामलीला मैदान के पास उनकी बाइक से एक व्यक्ति को टक्कर लग गई थी, जिसके बाद भीड़ ने उन पर हमला कर दिया था. इलाके में तनाव को देखते हुए पीएसी तैनात की गई है.
जाति परिचय: बिहार में हुए जाति आधारित सर्वे में उल्लिखित जातियों से परिचित होने के मक़सद से द वायर ने नई श्रृंखला शुरू की है. तीसरा भाग मडरिया जाति के बारे में है.
द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.
शिक्षाविदों और छात्र संगठनों ने कहा कि बच्चों में वैज्ञानिक स्वभाव पैदा करने के बजाय केंद्र सरकार एनसीईआरटी के ज़रिये पौराणिक कथाओं और विज्ञान को मिलाकर ‘अपनी भगवा विचारधारा थोपने’ की कोशिश कर रही है. चंद्रयान-3 मिशन पर एनसीईआरटी द्वारा जारी एक रीडिंग मॉड्यूल में इसरो और वैज्ञानिकों के योगदान के बजाय प्रधानमंत्री का महिमामंडन किया गया है.
वीडियो: जुलाई में स्वास्थ्य मंत्रालय ने एनएफएचएस तैयार करने वाले इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ पॉपुलेशन साइंसेज के निदेशक को निलंबित कर दिया था, क्योंकि वह एनएफएचएस-5 के ‘आंकड़ों से नाखुश’ था. बीते दिनों उनके इस्तीफ़ा देने के बाद यह निलंबन रद्द किया गया. पूरा घटनाक्रम बता रही हैं बनजोत कौर.
एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका की क़ानून प्रवर्तन एजेंसियों ने इस साल सितंबर में विभिन्न मार्गों से देश में अवैध रूप से घुसने की कोशिश कर रहे 8,076 भारतीयों को गिरफ़्तार किया है. आंकड़ों के अनुसार, फरवरी 2019 से इस साल मार्च के बीच एजेंसियों द्वारा कुल 1.9 लाख भारतीयों को गिरफ़्तार किया गया है.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मणिपुर में हिंसा के 175वें दिन कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर के लोगों को तब छोड़ा जब उन्हें उनके हस्तक्षेप की सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी. उन्होंने सवाल भी किया कि एन. बीरेन सिंह को अब भी राज्य का मुख्यमंत्री बने रहने की अनुमति क्यों दी जा रही है.
लगभग चालीस साल पहले अयोध्या में रहने वाले 'गुमनामी बाबा' को सुभाष चंद्र बोस बताए जाने की कहानी एक स्थानीय अख़बार की सनसनीखेज़ सुर्ख़ी से शुरू हुई थी. इसके बाद तो नेताजी के प्रति उमड़ी भावनाओं के अतिरेक ने लोगों को बहाकर वहां ले जा छोड़ा, जहां तर्कों की कोई गुंजाइश नहीं रह जाती.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मध्यकालीन और प्राचीन इतिहास विभाग में सहायक प्रोफेसर विक्रम हरिजन के ख़िलाफ़ विश्व हिंदू परिषद के एक पदाधिकारी ने केस दर्ज कराया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि विक्रम अक्सर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर हिंदू देवी-देवताओं को लेकर अपमानजनक और घृणास्पद पोस्ट लिखते रहते हैं.