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विदेश व्यापार महानिदेशालय द्वारा जारी अधिसूचना में सुरक्षा कारणों और घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने की ज़रूरत का हवाला देते हुए कहा गया है कि लैपटॉप, टैबलेट और कुछ प्रकार के कंप्यूटरों के आयात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया गया है. यह बैन बैगेज नियमों के तहत आयात पर लागू नहीं होगा.
भीलवाड़ा जिले का मामला. 2 जुलाई को बकरियां चराने गई 14 साल की किशोरी की कथित रूप से हत्या कर उसके शव को कोयले की भट्टी में जला दिया गया. परिजनों ने आरोप लगाया कि लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया. पुलिस का कहना है कि उसने पांच संदिग्ध आरोपियों को गिरफ़्तार किया है.
सीहोर ज़िले के बरखेड़ा कुर्मी गांव का मामला. कथित तौर पर बजरंग दल के सदस्यों वाली एक भीड़ ने बाबा साहेब आंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया और दलित समुदाय के लोगों पर हमला किया. पुलिस ने कहा कि इस मामले में तीन लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.
कई बार एकताओं व गठबंधनों से कुछ भी हासिल नहीं होता. दल मान लेते हैं कि गठबंधन कर लेने भर से बेड़ा पार हो जाएगा. लेकिन ज़मीनी स्तर पर समर्थकों के बीच बहुत-सी ग्रंथियां होती हैं. 'इंडिया' के घटक दलों के समर्थकों के बीच भी ऐसी ग्रंथियां कम नहीं हैं.
वित्त मंत्रालय ने राज्यसभा में बताया कि मेहुल चोकसी की गीतांजिल जेम्स सबसे बड़ी डिफॉल्टर है, जिस पर बैंकों का 8,738 करोड़ रुपये बकाया है. दूसरे स्थान पर एरा इंफ्रा इंजीनियरिंग लि. है, जिस पर 5,750 करोड़ रुपये हैं. तीसरे नंबर पर आरईआई एग्रो लिमिटेड है, जिस पर 5,148 करोड़ रुपये हैं.
द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.
सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में गोरखपुर यूनिवर्सिटी की दो प्रोफेसर- सुषमा पांडेय और उमा श्रीवास्तव एबीवीपी कार्यकर्ताओं की आरती उतारते और उन पर फूल बरसाते दिख रही हैं. वीडियो उस समय का है जब कुलपति व कुलसचिव पर हमले के आरोपी आठ कार्यकर्ता जेल से छूटकर परिषद के कार्यालय पहुंचे थे.
राज्यसभा के सभापति और लोकसभा अध्यक्ष दोनों ने बुधवार को विपक्षी दलों द्वारा की गई मांग के अनुसार संसद की कार्यवाही में हस्तक्षेप से इनकार कर दिया और विपक्ष पर कार्यवाही में बाधा डालने और अनुचित मांग करने का आरोप लगाया है.
दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया के विशेषज्ञ, जो राष्ट्रीय चीता परियोजना संचालन समिति के सदस्य हैं, ने सुप्रीम कोर्ट को लिखे पत्र में कहा है कि परियोजना के वर्तमान प्रबंधन के पास 'बहुत कम या कोई वैज्ञानिक प्रशिक्षण नहीं' है और वह उनकी राय को नज़रअंदाज़ कर रहा है.